हापुड़ से सवांददाता विशेष त्यागी की रिपोर्ट…
जनपद हापुड़ के बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव चांदनेर में एक दुखद हादसा हुआ , जिसमें बिजली की लाइन ठीक करते समय एक संविदा लाइनमैन की करंट लगने से मौत हो गई। यह घटना रविवार सुबह की है जब 23 वर्षीय राहुल, जो कि संविदा पर कार्यरत था, अपनी ड्यूटी निभाने के लिए चांदनेर के जंगल में हाई टेंशन लाइन में फाल्ट सुधारने गया था। घटना के बाद बिजली घर पर तैनात अन्य कर्मचारी मौके से भाग खड़े हुए, जबकि निगम के अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
मृतक की पहचान
राहुल, जो सिंभावली उपकेंद्र पर काम कर रहा था, उसे बहादुरगढ़ बिजली घर से चांदनेर में फाल्ट की सूचना मिली थी। उस समय राहुल अपनी टीम के साथ बिजली की हाई टेंशन लाइन की मरम्मत के लिए भेजा गया था। जैसे ही वह लाइन पर काम कर रहा था, अचानक करंट लग गया, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। हादसे के बाद मौके पर मौजूद अन्य कर्मचारियों ने राहुल को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन चिकित्सकों ने उसकी हालत को गंभीर बताते हुए उसे रेफर कर दिया। बाद में, इलाज के दौरान राहुल की मौत हो गई।
अधिकारियों ने जांच के दिए आदेश
इस दुखद घटना के बाद बिजली घर पर तैनात कर्मचारियों में हड़कंप मच गया, और अधिकांश कर्मचारी मौके से भाग गए। इस घटना के संबंध में बिजली निगम के अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं और इस मामले में कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने यह भी कहा कि मृतक राहुल की मृत्यु के कारणों की पूरी जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राहुल के परिवार में दुख की लहर है। वह गांव चांदनेर का निवासी था और अपने परिवार का इकलौता सहारा था। उसके पिता ने बताया कि राहुल एक ईमानदार और मेहनती लड़का था, जो अपनी नौकरी को लेकर बहुत गंभीर था। उनकी मौत ने परिवार को शोक में डाल दिया है और इलाके में भी मातम का माहौल है। परिवार ने सरकार से मुआवजा और न्याय की मांग की है।
बिजली विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए यह एक चेतावनी है कि हाई टेंशन लाइन के काम के दौरान सुरक्षा उपायों की अनदेखी न की जाए। हाई वोल्टेज की लाइनों में काम करना अत्यधिक खतरनाक होता है, और कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए अपनी जान की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। विभाग ने भी इस हादसे के बाद अपनी सुरक्षा प्रक्रियाओं की समीक्षा करने का वादा किया है।
इस दुखद घटना ने विभाग की कार्यप्रणाली और कर्मचारियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अब देखना यह होगा कि इस मामले में विभाग किस प्रकार से कार्रवाई करता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।