बागपत NEWS : कार को बचाने के प्रयास में भैसा बुग्गी पलटी, चालक को गंभीर चोटें आईं
बागपत
संवाददाता : मोहित शर्मा
चांदीनगर। पांची गांव में मंगलवार को रेत से भरी भैसा बुग्गी के पलटने से चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और अव्यवस्थित यातायात के मुद्दे को उजागर किया है। घायल व्यक्ति को पहले पिलाना सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां से उसकी हालत गंभीर होने पर बागपत जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
यह हादसा पावला निवासी कृष्ण के साथ हुआ,
जो रेत की भैसा बुग्गी चलाने का काम करता है। कृष्ण ने रोज की तरह पांची गांव में रेत लेकर पहुंचने के बाद अपने काम को शुरू किया था। पांची गांव में आजाद मेडिकल स्टोर के पास वह अपनी बुग्गी को सड़क किनारे खड़ी एक कार से बचाने की कोशिश कर रहा था, तभी अचानक बुग्गी का पहिया एक गहरे गड्ढे में फंस गया, जिससे बुग्गी का संतुलन बिगड़ गया और कृष्ण गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद, कृष्ण की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और घायल व्यक्ति को संभालते हुए पुलिस को सूचित किया। घटना की सूचना मिलते ही 112 पुलिस वाहन तुरंत मौके पर पहुंच गया और घायल को पिलाना सीएचसी में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार दिया और उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे बागपत जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
कृष्ण के साथ हुए इस हादसे ने कई सवाल खड़े किए हैं।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि सड़क किनारे खड़ी कारों के कारण अक्सर ऐसी घटनाएं घटित होती हैं। जब कोई भारी वाहन, जैसे कि भैसा बुग्गी, रास्ते से गुजरता है तो उसे अचानक से ऐसे अवरोधों का सामना करना पड़ता है, जिससे संतुलन बिगड़ जाता है और हादसा हो सकता है। यह घटना सड़क सुरक्षा के महत्व को भी रेखांकित करती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां भारी वाहन चलते हैं और जहां अव्यवस्थित यातायात होता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गांवों और शहरों में बुरी तरह से खड़ी कारों और अन्य वाहनों के कारण सड़क पर यातायात में खलल डालने की समस्या आम हो गई है। इस प्रकार की घटनाओं से यह साबित होता है कि अगर वाहनों को सही ढंग से खड़ा किया जाए और सड़क किनारे किसी प्रकार के अवरोध से बचा जाए, तो इस तरह के हादसे कम हो सकते हैं।
घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और त्वरित कार्रवाई की।
घायल कृष्ण की हालत को देखते हुए, पुलिस और चिकित्सा कर्मियों ने उसे बिना देर किए अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की। डॉक्टरों के अनुसार, कृष्ण को गंभीर चोटें आई हैं, खासकर उसके सिर और कंधे पर। हालांकि, उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है और उसे बेहतर इलाज के लिए बागपत जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
इस घटना ने सड़क सुरक्षा और विशेष रूप से गांवों में भारी वाहनों के संचालन के दौरान सुरक्षा के मानकों का पालन करने की आवश्यकता को और भी स्पष्ट किया है। कई बार सड़क पर होने वाली इस तरह की घटनाएं चालक की गलती के कारण नहीं, बल्कि बाहरी कारणों से होती हैं। जैसे कि गड्ढे, सड़क किनारे खड़ी कारें और अन्य अवरोध, जो किसी भी वाहन के संतुलन को बिगाड़ सकते हैं।
स्थानीय अधिकारियों ने इस घटना के बाद यह भी संकेत दिया
कि वे भविष्य में गांवों और आसपास के इलाकों में सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाएंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए कि ऐसे हादसे भविष्य में न हों, अधिकारियों ने गड्ढों की मरम्मत, सड़कों की सफाई और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करने की बात कही।
ग्रामीणों का कहना है कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा के उपायों को और सख्त किया जाना चाहिए। इसके अलावा, वाहन चालकों को भी यह समझना चाहिए कि सड़क पर सुरक्षा और सतर्कता बरतने से ही ऐसे हादसों से बचा जा सकता है। कृष्ण की हालत अब स्थिर बताई जा रही है, और स्थानीय लोग उसकी जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
इस तरह की घटनाएं यह साबित करती हैं कि सड़क सुरक्षा केवल चालक की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि पूरे समुदाय की जिम्मेदारी है। यदि हम सभी मिलकर यातायात नियमों का पालन करें और सड़क के खतरों से बचने के उपाय करें, तो ऐसे हादसे कम हो सकते हैं।