खलील मलिक संभल
उत्तर प्रदेश के जनपद सम्भल में आगामी उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2023 के अभिलेखों की संवीक्षा एवं शारीरिक मानक परीक्षण (डीवी, पीएसटी) के सुचारू रूप से संचालन हेतु जिलाधिकारी डॉ. राजेन्द्र पैंसिया और अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) अनुकृति शर्मा द्वारा कलैक्ट्रेट सभागार बहजोई में एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में भर्ती प्रक्रिया से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और पुलिस अधिकारियों तथा कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
गोष्ठी में जनपद के डीवी (दस्तावेज़ सत्यापन), पीएसटी (शारीरिक मानक परीक्षण) दल और सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य पुलिस आरक्षी भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों के अभिलेखों की सही तरीके से संवीक्षा और शारीरिक मानक परीक्षण के संचालन को सुनिश्चित करना था, ताकि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो और यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता और निष्पक्षता से सम्पन्न हो सके।
जिलाधिकारी डॉ. राजेन्द्र पैंसिया ने इस अवसर पर कहा
पुलिस भर्ती की प्रक्रिया बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह जनपद में पुलिस बल को मजबूत और सक्षम बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी अभ्यर्थियों की शारीरिक और शैक्षिक योग्यताओं की पूरी जांच की जाए और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जाए। इसके साथ ही, शारीरिक मानक परीक्षण में किसी भी प्रकार की शिथिलता न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
अपर पुलिस अधीक्षक अनुकृति शर्मा ने भी इस संबंध में अपने विचार साझा किए और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के दस्तावेज़ों की जांच के दौरान कोई भी संदिग्ध मामला सामने आता है, तो उसे तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचित किया जाए। इसके अलावा, शारीरिक मानक परीक्षण के दौरान अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।
गोष्ठी में यह भी निर्देश दिए गए
शारीरिक मानक परीक्षण (पीएसटी) और दस्तावेज़ सत्यापन (डीवी) के दौरान कोई भी अभ्यर्थी अनुशासनहीनता न करे और समुचित रूप से शारीरिक परीक्षणों में भाग ले। इसके लिए सभी अधिकारियों को सतर्क और चौकस रहने की आवश्यकता है, ताकि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या समस्या का सामना न करना पड़े।
साथ ही, भर्ती प्रक्रिया के दौरान सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए कि अभ्यर्थियों के साथ सौम्यता से पेश आया जाए और किसी भी प्रकार का भेदभाव न किया जाए। सभी कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष हो, ताकि किसी भी अभ्यर्थी को असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस बैठक में जनपद के विभिन्न पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और सुरक्षा टीम के सदस्य मौजूद थे, जिन्होंने अपनी तैयारियों और प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी और आगामी भर्ती प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को साझा किया। गोष्ठी के अंत में, जिलाधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक ने सभी को अपनी-अपनी जिम्मेदारियां पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाने का आह्वान किया।
यह गोष्ठी आगामी पुलिस आरक्षी भर्ती की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई और इससे सभी संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों में भर्ती प्रक्रिया के प्रति उत्साह और प्रतिबद्धता का संचार हुआ।