अलीगढ़ NEWS : प्राइवेट जमीन पर भाजपा विधायक ने बनवाया शौचालय,

रास्ता न मिलने से परेशान ग्रामीण धरने पर बैठे (1)

अलीगढ़

संवाददाता : संजय भारद्वाज

भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के इगलास विधानसभा के विधायक राजकुमार सहयोगी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार उनका नाम एक शौचालय के निर्माण को लेकर चर्चा में है, जो उन्होंने एक निजी जमीन पर बनवाया था। इस विवाद ने न केवल विधायक की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि इलाके के स्थानीय लोगों के बीच भी आक्रोश फैल गया है।

मामला अलीगढ़ के थाना दिल्ली गेट इलाके का है,

जहां विधायक राजकुमार सहयोगी के द्वारा अपनी निजी संपत्ति के बाहर एक शौचालय का निर्माण कराया गया। यह शौचालय ऐसे स्थान पर बनाया गया, जहां आसपास के कई दुकानदारों और स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह निर्माण उनके व्यक्तिगत और व्यापारिक अधिकारों का उल्लंघन कर रहा है। निर्माण के बाद जब यह बात इलाके के लोगों को पता चली, तो उन्होंने तुरंत विरोध किया और विधायक द्वारा बनवाए गए शौचालय को तोड़ दिया।

स्थानीय निवासी कृष्ण कुमार ने इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि उनकी पत्थर बाजार में निजी जमीन है, और विधायक ने उनके जमीन के आगे गलत तरीके से शौचालय का निर्माण कराया। कृष्ण कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक राजकुमार सहयोगी उनकी जमीन का मूल्य कम करने के लिए यह शौचालय बना रहे थे। वे दावा करते हैं कि विधायक चाहते हैं कि सभी लोग अपनी दुकानें और मकान बेचकर सस्ते दामों में अपनी जमीन उन्हें दे दें। कृष्ण कुमार खुद पैरालिसिस और हार्ट के मरीज हैं, और इस निर्माण से उन्हें शारीरिक और मानसिक कष्ट हो रहा है।

प्रेम प्रकाश अग्रवाल नाम के एक अन्य स्थानीय निवासी ने भी अपनी बात रखी।

उन्होंने कहा कि विधायक ने अवैध तरीके से शौचालय का निर्माण किया था, जिससे उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही थी। जब उन्होंने विधायक से इस निर्माण को रोकने की अपील की, तो विधायक ने यह साफ कह दिया कि शौचालय का निर्माण होकर रहेगा। इससे आक्रोशित स्थानीय लोगों ने शौचालय को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद, विधायक ने पुलिस बल को मौके पर भेजा, लेकिन पुलिस ने मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं किया।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह इलाका पत्थर बाजार का है, जो एक प्रतिष्ठित और हाई-प्रोफाइल क्षेत्र है, जहां से कई बड़े व्यापारी और सम्मानित लोग गुजरते हैं। ऐसे में इस इलाके में शौचालय का निर्माण करना उचित नहीं है। लोग कहते हैं कि अगर यहां शौचालय बना तो इससे इलाके की प्रतिष्ठा पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। इसके अलावा, यह भी आरोप लगाया गया कि विधायक ने जिस जमीन पर शौचालय बनाने का प्रयास किया, वह जमीन उनकी निजी संपत्ति नहीं थी, और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जब इस पूरे मामले पर विधायक राजकुमार सहयोगी से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, तो उन्होंने मीडिया से बात करने से परहेज किया। हालांकि, उन्होंने यह कहा कि शौचालय का उपयोग दुकानदारों द्वारा किया जाएगा, और यह उनके व्यापारिक उपयोग के लिए है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इस मामले पर आपत्ति उठा रहे हैं, वे उनसे बात करें। लेकिन विधायक ने इस बात को नकारा किया कि यह निर्माण अवैध था या किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया था।

इस पूरे विवाद ने अलीगढ़ में सियासी हलचल को फिर से तेज कर दिया है।

विधायक राजकुमार सहयोगी हमेशा अपने विवादास्पद बयानों और कार्यों के लिए सुर्खियों में रहे हैं, और अब यह नया मामला उनके खिलाफ उंगली उठाने का कारण बन गया है। स्थानीय लोग और व्यापारिक समुदाय उनके खिलाफ लामबंद हो गए हैं और शौचालय के निर्माण को लेकर विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

विधायक के इस कार्य को लेकर राजनीतिक विपक्षी दलों ने भी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि यह पूरी घटना भाजपा विधायक की मनमानी और अपनी राजनीतिक शक्ति का दुरुपयोग करने का उदाहरण है। विपक्षी दलों ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और आरोप लगाया है कि विधायक राजकुमार सहयोगी के द्वारा स्थानीय लोगों की शिकायतों को नजरअंदाज किया गया है।

इस विवाद के बाद, यह साफ नजर आता है

कि राजनीति और स्थानीय समस्याओं के बीच टकराव और बढ़ सकता है, यदि इस तरह की मनमानी और अवैध निर्माण कार्यों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन और पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और विधायक के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई होती है या नहीं। इस घटनाक्रम से विधायक राजकुमार सहयोगी की छवि पर भी सवालिया निशान लग सकता है, जो पहले ही विवादों के कारण चर्चा में रहते हैं।

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