खलील मलिक संभल
उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार के खिलाफ 18 दिसंबर को लखनऊ में आयोजित विधानसभा घेराव कार्यक्रम के दौरान पुलिस की बर्बरता के कारण मारे गए उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व सचिव प्रभात पांडे की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर एक ज्ञापन जिलाधिकारी संभल को सौंपा। यह ज्ञापन महामहिम राज्यपाल को संबोधित था, जिसे जिला एवं शहर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से बहजोई में सौंपा।
ज्ञापन में कांग्रेस पार्टी ने यह मांग की कि प्रभात पांडे की दुखद मृत्यु की घटना की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की जाए, ताकि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके और उन्हें न्याय मिल सके। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि स्वर्गीय प्रभात पांडे की मृत्यु को केवल एक दुर्घटना न समझा जाए, बल्कि इस घटना की गहन जांच हो ताकि पूरे घटनाक्रम की सच्चाई सामने आ सके। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह स्पष्ट किया कि यह घटना भाजपा सरकार की पुलिस बर्बरता का उदाहरण है, और ऐसे मामलों में न्याय मिलना जरूरी है।
ज्ञापन में कहा गया
प्रभात पांडे की दुखद मृत्यु के बाद कांग्रेस पार्टी और समाज के सभी तबकों में शोक की लहर है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करती, तो इसका असर लोकतंत्र पर पड़ेगा और यह सरकार के लिए एक गंभीर प्रश्न बनेगा। कांग्रेस ने अपनी मांग को स्पष्ट रूप से रखा कि इस तरह के मामलों में यदि सरकार ने निष्पक्ष जांच नहीं कराई तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
ज्ञापन के दौरान जिला अध्यक्ष विजय शर्मा, शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद, जिला अध्यक्ष अनु जाति विभाग शिवकिशोर गौतम, महिला जिला अध्यक्ष मीनू शर्मा, मुशीर खान तरीन, आरिफ तुर्की, हम्माद मोबीन, मोहम्मद आसिफ अल्वी, मोहम्मद अंसार, इरफान खान, अंजार मंसूरी सहित बड़ी संख्या में जिला और शहर कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर यह मांग की कि प्रभात पांडे की मृत्यु के मामले में तत्काल कार्रवाई हो और दोषियों को सजा दी जाए।
ज्ञापन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि 18 दिसंबर को लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का शांतिपूर्ण विधानसभा घेराव पुलिस की बर्बरता का शिकार हो गया। पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बर्बरता से लाठीचार्ज किया गया, जिससे कई कार्यकर्ता घायल हुए थे और प्रभात पांडे की मौत हो गई थी। कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को भाजपा सरकार की तानाशाही और लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन के रूप में देखा है।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष विजय शर्मा ने कहा
कांग्रेस पार्टी हमेशा गरीबों, मजलूमों और कमजोर वर्गों के अधिकारों की लड़ाई लड़ती रही है, और भाजपा सरकार की बर्बरता के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जब तक प्रभात पांडे के परिवार को न्याय नहीं मिलता, कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को उठाती रहेगी और हर संभव संघर्ष करेगी।
शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद ने कहा कि भाजपा सरकार के कुशासन के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने हमेशा लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाई है, और भविष्य में भी यह आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रभात पांडे की मौत की गहन जांच होना चाहिए ताकि उनके परिवार को न्याय मिल सके।
कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा
यह सिर्फ प्रभात पांडे का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे प्रदेश में पुलिस की बर्बरता और लोकतांत्रिक अधिकारों के उल्लंघन का प्रतीक है। उन्होंने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश सरकार से यह भी अपील की कि वह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए इस मामले में निष्पक्ष जांच कराए और न्याय दिलाए। कांग्रेस का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं न केवल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के लिए बल्कि समग्र लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।
इस ज्ञापन सौंपने के बाद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल से तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की और यह सुनिश्चित करने की मांग की कि प्रभात पांडे की मौत की निष्पक्ष जांच हो, ताकि अपराधियों को सजा मिल सके और लोकतंत्र की रक्षा की जा सके।