बागपत NEWS : जिलाधिकारी ने स्ट्रॉबेरी और अमरूद की खेती का किया निरीक्षण, किसानों को दी प्रेरणा
बागपत
संवाददाता : प्रदीप पांचाल
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बुधवार को विकासखंड पिलाना के ग्राम पंचायत सेंडभर में कृषक बृजपाल सिंह के खेत पर स्ट्रॉबेरी की खेती का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत उद्यान विभाग द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण योजना का हिस्सा था। बृजपाल सिंह ने बताया कि वह इस वर्ष एक हेक्टेयर क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं और अगर इस खेती से अच्छा मुनाफा मिलता है, तो वह अपने गांव के अन्य किसानों और युवाओं को भी इस नई तकनीक को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे।
स्ट्रॉबेरी की खेती एक नई और लाभकारी तकनीक के रूप में उभर रही है। बृजपाल सिंह ने बताया कि इस खेती से उन्हें उम्मीद है कि उन्हें अच्छा मुनाफा होगा, क्योंकि यह उत्पादन एक विशेष बाजार में बिकता है। स्ट्रॉबेरी की मांग बढ़ रही है और इसका उत्पाद उच्च गुणवत्ता का होता है, जिससे किसानों को अच्छा मूल्य मिल सकता है। जिलाधिकारी ने बृजपाल की मेहनत और उनकी नई तकनीक को अपनाने की पहल की सराहना की और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
इसके बाद जिलाधिकारी ने ग्राम हिसाबदा में कृषक सुभाष मोगा के खेत का भी निरीक्षण किया, जहां पर एक एकड़ क्षेत्र में ड्रिप सिंचाई के माध्यम से अमरूद की खेती की जा रही है। यह खेती एक वर्ष पहले शुरू की गई थी, और अब इसका उत्पादन शुरू हो चुका है। सुभाष मोगा ने बताया कि उनके अमरूद दिल्ली में बेचे जा रहे हैं और वहां के बाजार में इनकी मांग भी बढ़ रही है। जिलाधिकारी ने अमरूद की गुणवत्ता को देखकर उसकी प्रशंसा की और इस तरह की तकनीकी खेती को अपनाने के लिए अन्य किसानों को भी प्रेरित किया।
जिलाधिकारी ने इस दौरान कहा
सरकार किसानों के साथ खड़ी है और कृषि को एक नई दिशा देने के लिए विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने का अवसर प्रदान कर रही है।” उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं और अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए नवीनीकरण और तकनीकी सुधारों को अपनाएं। जिलाधिकारी ने विशेष रूप से प्रगतिशील किसानों से आग्रह किया कि वे खेती में आधुनिकता लाने के साथ-साथ अधिक मुनाफे के लिए सही तकनीकों का चयन करें।
जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रगतिशील किसानों को चिन्हित करें और उन्हें कृषि तकनीकों के बारे में जागरूक करें। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि सरकार किसानों को हर संभव मदद प्रदान करने के लिए तत्पर है, ताकि वे अपनी आय दोगुनी कर सकें। कृषि विभाग द्वारा किसानों को विभिन्न योजनाओं और सब्सिडी का लाभ देने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि किसानों तक यह योजनाएं पहुंचें और वे इसका लाभ उठा सकें।
इस अवसर पर कृषि उपनिदेशक दुर्विजय सिंह, जिला कृषि अधिकारी बाल गोविंद यादव, और अन्य कई सम्मानित कृषक उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने भी किसानों को नई तकनीकी खेती के बारे में जानकारी दी और उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे अपने कृषि कार्यों में सुधार लाएं। कृषि विभाग ने इस अवसर पर किसानों को ड्रिप सिंचाई, नवीनतम खाद्यान्न तकनीक, और अन्य कृषि संबंधित योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
कृषि योजनाओं का लाभ और भविष्य की दिशा
कृषि विभाग द्वारा किसानों को दी जा रही योजनाओं का उद्देश्य उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। खासकर, स्ट्रॉबेरी और अमरूद जैसी नई तकनीकों को अपनाने से किसानों की आय में वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा, किसानों को सिंचाई तकनीकों और उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि किसान अपने उत्पादों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें और बाजार की मांग के अनुसार खेती करें। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि जो किसान कृषि में नवीनीकरण और तकनीकी सुधार अपनाएंगे, उन्हें सरकार की तरफ से अधिक से अधिक मदद मिलेगी।
जिलाधिकारी ने अंत में यह भी कहा
प्रगतिशील किसानों की पहचान करके उन्हें और अधिक मदद दी जाएगी, ताकि वे कृषि क्षेत्र में नए बदलाव ला सकें और अपनी आय बढ़ा सकें। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे सरकारी योजनाओं का सही तरीके से उपयोग करें और अपनी खेती को बेहतर बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों को अपनाएं।
इस प्रकार, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के इस दौरे ने यह स्पष्ट कर दिया कि सरकार किसानों के हित में काम कर रही है और प्रगतिशील खेती को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।