नोएडा NEWS : किसान नेताओं ने जमीन पर गिरा-गिराकर पीटा; जमकर हुई पत्थरबाजी..?
नोएडा
व्यूरो रिपोर्ट
भूमाफिया का अवैध निर्माण ध्वस्त करने पहुंची प्राधिकरण की टीम पर हमला कर दिया गया। इस दौरान किसान नेताओं ने कर्मचारियों को जमीन पर गिरा-गिराकर पीटा। इतना ही नहीं जमकर पत्थरबाजी की भी की गई। इसके बाद अवर अभियंता ने 112 पर कॉल करके पुलिस को मामले की शिकायत दी। आगे विस्तार से जानिए आखिर पूरा मामला क्या है।
अधिसूचित क्षेत्र की भूमि पर भूमाफिया का अवैध निर्माण ध्वस्त करने पहुंची नोएडा प्राधिकरण वर्क सर्किल नौ व 10 की संयुक्त टीम पर भारतीय किसान यूनियन मंच के नेताओं ने हमला बोल दिया। जमकर पत्थरबाजी की। इससे बुलडोजर व डंपर क्षतिग्रस्त हो गए।
जमीन पर गिरा-गिराकर पीटा
प्राधिकरण पुलिस से किसान नेता सुरेंद्र प्रधान, आशीष चौहान, अशोक चौहान, कन्हैया जाटव, विमल त्यागी समेत 10 से 15 लोगों ने जमकर धक्का-मुक्की की। वर्क सर्किल 10 के प्रबंधक वैभव नागर, अवर अभियंता सिद्धार्थ नागर व शेखर चौहान के सामने ही सुपरवाइजर विकास को जमीन पर गिराकर पीटा।
वहीं, बचाव के लिए प्राधिकरण के दोनों अवर अभियंता ने 112 पर 12.37 बजे फोन कर शिकायत की, पर पुलिस नहीं आई। ऐसे में प्राधिकरण टीम को भागना पड़ा। केस दर्ज कराने प्राधिकरण टीम नालेज पार्क तीन कोतवाली पहुंची तो थाना प्रभारी नहीं थे। टीम कोतवाली में शिकायत पत्र देकर लौट आई व आपबीती शीर्ष अधिकारियों को बताई।
पुलिसकर्मियों से मारपीट नहीं हुई
उधर, पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गांव बदौली में प्राधिकरण टीम ने जाने की सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी थी। प्राधिकरण टीम व किसान नेताओं में कहासुनी हुई थी। पुलिसकर्मियों से मारपीट नहीं हुई है। तहरीर मिलने पर आवश्यक विधिक कार्रवाई होगी।
वहीं, भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक चौहान ने भी मारपीट की घटना से इन्कार किया है। वर्क सर्किल 10 के अवर अभियंता शेखर चौहान व सिद्धार्थ नागर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि प्राधिकरण टीम बृहस्पतिवार की सेक्टर-154 स्थित बदौली गांव खसरा संख्या 191 के 8,700 वर्गमीटर भूमि पर अवैध निर्माण ध्वस्त करने पहुंची थी।
26 नवंबर को हुई थी कार्रवाई
यहां बाउंड्री वाल ध्वस्त की जा रही थी, तभी भारतीय किसान यूनियन मंच के पदाधिकारी पहुंचे व तोड़फोड़ कर कार्रवाई रोकने लगे। भूमि किसान चरण सिंह के नाम पर है, पर आज तक वह कभी कार्रवाई रोकने सामने नहीं आए। इस भूमि पर तीन बार कार्रवाई हुई है। हर बार कार्रवाई रोकने यह लोग आ जाते है। नौ अगस्त व 26 नवंबर को कार्रवाई हुई थी।
किसान नेताओं ने कार्रवाई बाधित की
सका विरोध करने के लिए सुरेंद्र प्रधान, सुधीर चौहान, कन्हैया जाटव, अशीष चौहान, अशोक चौहान व अन्य 20-25 पहुंचे व कार्रवाई बाधित की। कर्मचारियों व पुलिस से अभद्र भाषा में बात की। रोकने पर जमीन पर पड़े पत्थर फेंककर बुलडोजर का शीशा तोड़ने का प्रयास करने लगे। बृहस्पतिवार को भी इन्हीं लोगों ने लाठी-डंडे से मारपीट की। इस भूमि का मुआवजा काश्तकार को दिया जा चुका है।
आईएएस अधिकारी ने दी धमकी, मोहियापुर में कार्रवाई से रोका
बदौली में कार्रवाई से पहले प्राधिकरण टीम वर्क सर्किल नौ स्थित गांव मोहियापुर के खसरा संख्या 183 म पर बाउंड्रीवाल तोड़ने पहुंची थी। यहां 2,000 वर्गमीटर भूमि पर हुई बाउंड्रीवाल को तोड़ दिया गया। कब्जामुक्त भूमि की कीमत चार करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
इस कार्रवाई की सूचना पर शासन में तैनात एक आइएएस अधिकारी ने संबंधित प्रबंधक को फोन कर कार्रवाई करने से रोका। न रुकने पर उस पर कार्रवाई की धमकी दी थी। इसके बाद प्रबंधक ने कहा कि यदि मुझ पर कोई कार्रवाई हुई तो आप की रिकार्डिंग सार्वजनिक कर दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि इसी आईएएस की भूमि पर कार्रवाई रोकने भारतीय किसान यूनियन मंच के पदाधिकारी मोहियापुर पहुंचे थे। हालांकि, प्रबंधक ने आइएएस अधिकारी का नाम बताने से इनकार कर दिया