संभल NEWS : बिजली चोरी के खिलाफ अभियान के दौरान हनुमान मंदिर मिला,
संभल
संवाददाता : संजय भारद्वाज
संभल जिले में बिजली चोरी के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ। खग्गू सराय, जो कि मुस्लिम आबादी वाला इलाका है, में एक बंद पड़ा हनुमान मंदिर मिला है। यह मंदिर 46 साल पहले हिंदू समुदाय के पलायन के बाद अतिक्रमण का शिकार हो गया था, जब मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने इसे बंद कर वहां मकान बना लिया था। पुलिस और प्रशासन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है और मंदिर को पुनः स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
अभियान के दौरान मंदिर का खुलासा
संभल में बिजली चोरी के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान जिला प्रशासन को खग्गू सराय इलाके में एक पुराना मंदिर मिला। यह मंदिर हिंदू समुदाय द्वारा 46 साल पहले छोड़ा गया था, जब इलाके में हिंदू परिवारों ने सुरक्षा कारणों से पलायन किया था। इस पलायन के बाद मंदिर को बंद कर दिया गया था और उसके बाद वहां अतिक्रमण किया गया था।
यह मंदिर हनुमान मंदिर था, जिसमें भगवान शिव और भगवान हनुमान की मूर्तियाँ पाई गईं। मंदिर के आसपास एक प्राचीन कुआं भी था, जिसका ऐतिहासिक महत्व हो सकता है। डीएम डॉक्टर राजेंद्र पैंसिया ने इस मंदिर के बारे में जानकारी दी और कहा कि यह शिव मंदिर 400 से 1000 साल पुराना हो सकता है।
पुलिस और प्रशासन का कदम
जांच के दौरान यह पता चला कि मंदिर पर अतिक्रमण करने वालों ने वहां मकान बना लिया था और मंदिर की संरचना को नष्ट करने का प्रयास किया था। एएसपी श्रीचंद और सीओ अनुज चौधरी के नेतृत्व में प्रशासन ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की और मंदिर को फिर से खोलने का निर्णय लिया। एएसपी श्रीचंद ने कहा, “जांच के दौरान यह पता चला कि कुछ लोगों ने मंदिर पर मकान बना लिया था। हमने मंदिर की सफाई करवाई है और अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
मंदिर की सफाई और उसके संरक्षण की प्रक्रिया अब शुरू हो चुकी है। प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि इस मंदिर को हिंदू समुदाय के लिए पुनः खोला जाएगा और जो लोग सालों से मंदिर पर कब्जा किए हुए थे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बिजली चोरी अभियान और प्रशासन का रुख
संभल के डीएम डॉक्टर राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि जिले में बिजली चोरी एक बड़ी समस्या बन गई थी और प्रशासन ने इस पर सख्ती से ध्यान केंद्रित किया है। डीएम ने कहा, “हमने बिजली चोरी के खिलाफ एक अभियान शुरू किया था और इस अभियान के दौरान हमें यह मंदिर मिला। यह मंदिर प्राचीन है और अब इसकी सफाई का कार्य शुरू किया गया है।”
उन्होंने आगे कहा कि इस इलाके में बड़ी संख्या में लोग चोरी की बिजली का इस्तेमाल कर रहे थे। प्रशासन ने इस बारे में सख्त कदम उठाने की योजना बनाई है, और यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
मंदिर की पुनः बहाली
डीएम ने यह भी कहा कि मंदिर के पुनः खुलने के बाद, यह हिंदू समुदाय के लिए एक धार्मिक स्थल बनेगा। मंदिर के पास मौजूद प्राचीन कुएं के बारे में भी प्रशासन को जानकारी मिली है, और उसे भी संरक्षण देने के उपाय किए जाएंगे। यह मंदिर उन हिंदू परिवारों का था, जिन्होंने सुरक्षा कारणों से इलाके को छोड़ दिया था, लेकिन अब इस स्थल को फिर से धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए खोलने की योजना बनाई गई है।
डॉक्टर पैंसिया ने यह स्पष्ट किया कि मंदिर पर कब्जा करने वालों के खिलाफ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। उन्होंने यह भी कहा, “यह मंदिर अब हिंदू समुदाय के लिए वापस किया जाएगा और जो लोग सालों से यहां कब्जा किए हुए थे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
समाज में सामंजस्य की उम्मीद
इस घटना ने इलाके में विभिन्न समुदायों के बीच सामंजस्य की दिशा में नए कदम उठाने की उम्मीद जताई है। प्रशासन की पहल से यह स्पष्ट हो गया है कि धार्मिक स्थलों का सम्मान और संरक्षण हर समुदाय की जिम्मेदारी है। खग्गू सराय इलाके में इस मंदिर के पुनः खुलने से धार्मिक और सांस्कृतिक बहुलता को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
इस कदम से यह भी संदेश मिलता है कि प्रशासन किसी भी प्रकार के अतिक्रमण या अवैध कब्जे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा, ताकि धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक संपत्ति का संरक्षण किया जा सके। इसके अलावा, बिजली चोरी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान ने प्रशासन की कड़ी नीतियों को भी उजागर किया है, जिससे लोगों में कानून के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।