महंत देव सती गिरी ने त्रिवेणी संगम का जल चढ़ाया, श्रद्धालुओं ने किया स्वागत
प्रदीप पांचाल
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बागपत। उड़ीसा की रहने वाली निरंजनी आनंद अखाड़ा की महंत देव सती गिरी ने रविवार को रटौल शिव मंदिर और खट्टा प्रहलादपुर महेश मंदिर में त्रिवेणी संगम का जल चढ़ाया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
महंत देव सती गिरी ने बताया कि वह विशेष रूप से इन मंदिरों के लिए जल लेकर आई हैं, क्योंकि उनकी खट्टा महेश मंदिर और रटौल शिव मंदिर गहरी आस्था जुड़ी हुई है। महेश मंदिर, जो अपनी आठ पलकों वाली अलौकिक संरचना के लिए प्रसिद्ध है, श्रद्धालुओं के लिए विशेष आध्यात्मिक महत्व रखता है।
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महंत देव सती गिरी के मंदिर आगमन पर भक्तों ने उनका जोरदार स्वागत किया। महेश मंदिर के पुजारी एकादशी गिरी महाराज ने उन्हें विधिवत सम्मानित किया, जबकि रटौल शिव मंदिर में पंडित कुश प्रसाद शास्त्री ने उनका स्वागत किया।
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इस अवसर पर महंत देव सती गिरी ने भक्तों को शिव भक्ति और धार्मिक परंपराओं के पालन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि शिवलिंग पर जल चढ़ाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और यह आत्मशुद्धि का प्रतीक है। मंदिरों में हुए इस धार्मिक अनुष्ठान ने श्रद्धालुओं के मन में भक्ति भाव और गहरी आस्था का संचार किया। इस दौरान पंडित कुश प्रसाद शास्त्री, पंडित निक्की भईया , दीपक शर्मा, रवींद्र नाथ, मोहित शर्मा आदि उपस्थित रहे।