नोएडा में रही महाशिवरात्रि और विमंस डे की धूम
नोएडा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा की विभिन्न सोसायटीज में शुक्रवार को शिवरात्रि और विमंस डे धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान जहां सुबह से ही सोसायटी के मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की, वहीं महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं का सम्मान भी किया गया।
ग्रेटर नोएडा की पैरामाउंट गोल्फ फोरेस्टे सोसायटी, एसकेए ग्रीन आर्क, एसके मेट्रोविले आदि सोसायटी में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया।
इस दौरान मंदिर में पूजा से लेकर सोसायटी के रेजीडेंट्स ने भंडारा भी किया। पैरामाउंट गोल्फ फोरेस्टे सोसायटी निवासी अमित कुमार ने बताया कि सुबह पांच बजे से ही मंदिर में लोग बेल पत्र और पुष्प लेकर पूजा के लिए पहुंचे। इसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे में सैकड़ों की संख्या में भोले बाबा का प्रसाद चखा।
इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने दान पुण्य भी किया। उधर, एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने बताया कि महिला दिवस पर एसकेए दिव्या टावर सोसायटी में गरीब तबके की महिलाओं का सम्मान किया गया है। उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने के लिए जागरूक भी किया गया है। इस दौरान मज़दूरों और कामगारों की महिलाओं को ज़रूरत का सामान भी वितरित किया गया। एसकेए ग्रुप की और से यह आयोजन किया गया। हेमा शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन हर तबके की महिला का सम्मान करना था। महिलाओं से बात कर उनका मनोबल बढ़ाया गया और उन्हें शिक्षा और अन्य विषयों के बारे में जागरूक किया गया। इस दौरान प्रीति झा और बड़ी संख्या में महिलाएँ मौजूद रहीं।
डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया में महिला सुरक्षा को लेकर किया जागरूक
नोएडा। नोएडा के डीएलएफ मॉल इंडिया में गुरुवार को नोएडा पुलिस के तत्वावधान में महिला सुरक्षा जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। सत्र के दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं को आत्म सुरक्षा के लिए जागरूक किया गया। इस मौके पर विशेष अतिथि वक्ता डीसीपी सुश्री प्रीति यादव मौजूद थीं। इस मौके पर उन्होंने महिलाओं को उनके अधिकारों तथा महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों के संबंध में जागरूक किया। उन्होंने महिलाओं से जुड़े नियम और कानून के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूक होना ज़रूरी है। इससे हम समाज में एक अच्छे जीवन का निर्वहन करते हुए स्वयं और समाज को सुरक्षित रख सकते हैं। डीसीपी ने कहा, महिलाओं को हिंसा, उत्पीड़न और भेदभाव से मुक्त होने का अधिकार है।