शामली NEWS : धरने पर बैठे किसानों को एसडीएम ने आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया
शामली
संवाददाता : पंकज उपाध्याय
थानाभवन क्षेत्र में अंबाला हाईवे पर स्थित किसानों द्वारा पिछले सात दिनों से चल रहे धरने का अंत आखिरकार उप जिलाधिकारी (एसडीएम) हामिद हुसैन की पहल से हुआ। किसानों ने अपनी समस्याओं को लेकर दिन-रात ठंड में धरना प्रदर्शन किया था, जिसके बाद एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर किसानों से वार्ता की और उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
धरने की वजह और किसानों की समस्याएं
थानाभवन क्षेत्र के अंबाला हाईवे साईट पर स्थित भूमि के किसानों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही थीं। इन किसानों की भूमि अंबाला हाईवे के निर्माण में आ गई थी, जिससे उनकी सिंचाई व्यवस्था और खेतों में जाने के रास्ते में रुकावट उत्पन्न हो रही थी। किसानों का कहना था कि हाईवे के निर्माण के कारण उनकी भूमि दो हिस्सों में बट गई है और अब उन्हें एक हिस्से से दूसरे हिस्से में जाने के लिए रास्ता नहीं मिल पा रहा है। इसके साथ ही, उनके ट्यूबवेल और खेतों के बीच हाईवे का निर्माण होने से पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो गई है।
किसानों ने इस समस्या को लेकर हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों से कई बार मुलाकात की कोशिश की थी, लेकिन किसी अधिकारी ने मौके पर आकर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया। इसके बाद किसानों ने अंबाला हाईवे पर अपनी ही भूमि पर तंबू लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
एसडीएम की पहल और आश्वासन
किसानों द्वारा सात दिनों तक धरना दिए जाने के बाद, स्थिति को शांत करने और किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए उप जिलाधिकारी हामिद हुसैन, क्षेत्राधिकार श्रेष्ठा ठाकुर, और थाना प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र कसाना ने धरने पर पहुंचे किसानों से मुलाकात की। एसडीएम ने किसानों की समस्याएं सुनीं और तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया।
किसानों ने एसडीएम को बताया कि उनके खेतों के बीच हाईवे का निर्माण होने के बाद, कई समस्याएं उत्पन्न हो गईं हैं। उनकी भूमि के बीच का हिस्सा अब हाईवे के कारण टूट चुका है, जिससे न तो वे खेतों में जा पा रहे हैं और न ही ट्यूबवेल से पानी निकाल पा रहे हैं। कुछ किसानों का तो यह भी कहना था कि उनके खेतों का हिस्सा दो हिस्सों में बंट गया है, जिसके कारण उन्हें खेतों में काम करने में कठिनाई हो रही है।
एसडीएम हामिद हुसैन ने किसानों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और तुरंत समाधान के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और दोनों पक्षों को तहसील कार्यालय पर बुलाकर वार्ता करने का निर्देश दिया।
हाईवे अथॉरिटी और समाधान की दिशा
एसडीएम के निर्देश पर, हाईवे इंचार्ज अंकुर त्यागी भी मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों की आपसी चर्चा के बाद, एसडीएम ने दोनों पक्षों को तहसील कार्यालय में अपने-अपने दस्तावेज लेकर आने का आदेश दिया। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि तहसील कार्यालय में उनके मामले को गंभीरता से सुना जाएगा और तत्काल समाधान किया जाएगा।
एसडीएम ने कहा कि किसानों की समस्याओं का समाधान जल्द ही किया जाएगा, ताकि उन्हें किसी प्रकार की और कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि भूमि से संबंधित किसी भी तरह की अन्य समस्याओं को उच्च अधिकारियों के साथ मिलकर हल किया जाएगा।
धरने का अंत और तंबू हटाना
किसानों को एसडीएम से आश्वासन मिलने के बाद, उन्होंने धरना समाप्त करने का निर्णय लिया। एसडीएम ने किसानों से तंबू हटवाकर धरना समाप्त कराया और कहा कि अब उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्र ही किया जाएगा।
इस दौरान थानाभवन थाना प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र कसाना भी मौके पर मौजूद थे, जिन्होंने धरने के दौरान स्थिति को नियंत्रित करने में मदद की। पुलिस बल ने यह सुनिश्चित किया कि धरना शांतिपूर्वक समाप्त हो और किसी प्रकार का अव्यवस्था न फैले।
किसानों का प्रतिक्रिया और उम्मीद
धरना समाप्त होने के बाद, किसानों ने एसडीएम के आश्वासन पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह कदम उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। हालांकि, किसानों का कहना है कि वे लगातार इस मुद्दे पर नजर बनाए रखेंगे और यदि उनका समाधान नहीं होता है, तो वे फिर से आंदोलन कर सकते हैं।
किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि तहसील कार्यालय में उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्र किया जाएगा और उनके खेतों में जाने के रास्ते और सिंचाई की समस्या का निदान होगा।