लोधा क्षेत्र के गिरधरपुर गौशाला की स्थिति बदहाल..
अलीगढ
सवांददाता : योगेश उपाध्याय
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लोधा क्षेत्र के गिरधरपुर गांव में स्थित गौशाला की स्थिति अत्यंत खराब है। ग्राम पंचायत की जमीन पर स्थित इस गौशाला में चारे की व्यवस्था ना होने से गौवंश की हालत खराब हो रही है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, गौशाला का संचालन छोटे नामक व्यक्ति कर रहे हैं, जिन्होंने गौशाला के लिए गेहूं की खेती शुरू की थी, लेकिन चारे की कमी और अन्य सुविधाओं के अभाव में कई गायें और बछड़े मर चुके हैं।
ग्राम पंचायत की प्रधान रजनी देवी का इस गौशाला पर कोई ध्यान नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि प्रधान गौशाला पर कभी भी नहीं आतीं और वहां की व्यवस्थाओं पर कोई ध्यान नहीं देतीं। ठंड के इस मौसम में गायें तड़प रही हैं, लेकिन उनकी मदद के लिए कोई पहल नहीं की जा रही। गौशाला के पास गोवंश के लिए उचित आश्रय भी नहीं है, जैसे कि टिनशेड की व्यवस्था नहीं की गई है।
वहीं, क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि प्रधान पति रसूखदार हैं और जिले के जनप्रतिनिधियों से उनके अच्छे संबंध हैं, इसलिए किसी को भी इस मुद्दे पर खुलकर बोलने की हिम्मत नहीं है। प्रधान पति के दबंगई के कारण गौशाला के बुरे हालात पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। क्षेत्रीय जनता ने शिकायत की है कि प्रधान पति की पकड़ के चलते कोई भी जनप्रतिनिधि या अधिकारी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा।
हमारी टीम ने खेड़िया पंचायत में इस मुद्दे की कवरेज की, जहां क्षेत्रीय जनता ने बताया कि गौशाला की स्थिति बहुत खराब है और प्रशासन की ओर से कोई भी मदद नहीं मिल रही। छोटे, जो गौशाला का संचालन कर रहे हैं, ने भी इस स्थिति की पुष्टि की कि चारे की कमी और अन्य व्यवस्थाओं के अभाव में गोवंश को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोग उम्मीद जताते हैं कि प्रशासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान देगा और गौशाला के हालात सुधारने के लिए जल्द कदम उठाएगा।