बिजनौर NEWS : शेरकोट में सकुशल सम्पन्न हुआ दो दिवसीय तबलीगी इज्तिमा,..
बिजनौर
संवाददाता : अमीन अहमद
कस्बा शेरकोट में दो दिवसीय तबलीगी इज्तिमा का आयोजन सकुशल संपन्न हुआ। इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और एकजुट होकर देश की तरक्की, शांति और अमन के लिए दुआ की। इज्तिमा के दौरान देशभर से आए हजारों श्रद्धालुओं ने दुआ में भाग लिया और अल्लाह से देश की समृद्धि, सुरक्षा और भाईचारे के लिए प्रार्थना की।
आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी संख्या
तबलीगी इज्तिमा के आयोजन में शेरकोट और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इज्तिमा के पहले दिन, बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा हुए और इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बने। विशेष रूप से, दुआ के वक्त हजारों हाथ एक साथ उठे, जो इस बात का प्रतीक था कि सभी लोग देश और समाज की भलाई के लिए एकजुट हैं। इस दौरान लोग अमन, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए आस्था और श्रद्धा से दुआ कर रहे थे।
वॉलिंटियर्स और पुलिस ने संभाली यातायात व्यवस्था
इस आयोजन की सफलता में वॉलिंटियर्स और पुलिस प्रशासन का अहम योगदान था। इज्तिमा के दौरान शेरकोट कस्बे में यातायात व्यवस्था को सटीक और सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए वॉलिंटियर्स और पुलिसकर्मियों ने मिलकर काम किया। जगह-जगह पर यातायात की दिशा बदलने के लिए इंतजाम किए गए थे ताकि किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो। खासकर इज्तिमा स्थल के आसपास के इलाकों में सुरक्षा और व्यवस्था का पूरा ख्याल रखा गया।
सुरक्षा व्यवस्था
सुरक्षा की दृष्टि से जिले के पुलिस अधिकारी, एएसपी, सीओ और कई थाना प्रभारी इज्तिमा स्थल पर मौजूद थे। वे मौके पर पूरी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे थे, ताकि आयोजन बिना किसी अप्रिय घटना के सकुशल संपन्न हो सके। पुलिस अधिकारियों ने शांति बनाए रखने और आयोजन के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या से निपटने के लिए पूरी तत्परता दिखाई।
आयोजन का धार्मिक महत्व
तबलीगी इज्तिमा का आयोजन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह आयोजन मुस्लिम समुदाय के लिए एक अवसर होता है जब वे अपने धार्मिक कर्तव्यों को अदा करते हैं, साथ ही समाज में भाईचारे और प्रेम को बढ़ावा देने की दिशा में काम करते हैं। इस मौके पर, देशभर से आए हजारों लोग एक साथ आकर दुआ करते हैं और एकजुटता का संदेश देते हैं।
समापन और शुभकामनाएं
दो दिवसीय इस धार्मिक आयोजन के समापन पर आयोजकों ने सभी उपस्थित श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और देशभर के लिए शुभकामनाएं दीं। सभी ने अपने परिवार, समाज और देश की खुशहाली के लिए दुआ की और फिर सकुशल अपने-अपने घरों को लौटे। इस आयोजन ने शेरकोट में न केवल धार्मिक माहौल को मजबूत किया, बल्कि सामुदायिक सौहार्द और एकता का संदेश भी दिया।