बुलंदशहर NEWS : जेल में बंद विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, हत्या की आशंका

जेल में बंद विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत,

बुलंदशहर

संवाददाता:अमित सक्सेना

11 दिसंबर। जिले के जिला कारागार में एक विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है, जिसके बाद परिवारवालों ने हत्या की आशंका जताई है। मृतक गोपाल सिकंदराबाद का निवासी था और वह पिछले दो महीनों से हत्या के प्रयास के मामले में जेल में बंद था। हालांकि, जेल प्रशासन का कहना है कि गोपाल की मौत हृदय गति रुकने के कारण हुई, लेकिन परिजनों का दावा है कि गोपाल हृदय रोगी नहीं था और उसकी मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है।

क्या है पूरा मामला?

सिकंदराबाद के रहने वाले गोपाल को पिछले दो महीने पहले हत्या के प्रयास के आरोप में जिला जेल भेजा गया था। जेल प्रशासन के अनुसार, गोपाल की मौत अचानक हुई और उसकी हृदय गति रुकने के कारण मौत हो गई। जेल अधिकारियों ने यह भी कहा कि गोपाल को पहले से हृदय रोग का कोई इतिहास नहीं था। लेकिन मृतक के परिजनों ने इस मौत पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि गोपाल की हत्या की गई है और यह कोई स्वाभाविक मौत नहीं थी।

परिजनों का आरोप और जेल प्रशासन का बयान

मृतक के परिजनों ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि गोपाल को हृदय रोग का कोई इतिहास नहीं था, और ऐसे में उसकी अचानक मौत होना आश्चर्यजनक है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गोपाल के साथ जेल में कुछ और हुआ था, जिससे उसकी जान गई। उनका कहना है कि यह हत्या का मामला हो सकता है, न कि सामान्य मौत का। वहीं, जेल प्रशासन का कहना है कि गोपाल को किसी प्रकार का शारीरिक हिंसा नहीं हुई और उसकी मौत स्वाभाविक रूप से हृदय गति रुकने से हुई।

मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

घटना के बाद पुलिस ने शव का पंचनामा भरा और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सिकंदराबाद पुलिस और जेल प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का सही पता चल सकेगा।

इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है, क्योंकि परिजनों की ओर से अभी तक कोई लिखित शिकायत (तहरीर) नहीं मिली है। हालांकि, इस मामले की जांच जारी है और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिजनों की शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

एसपी सिटी का बयान

बुलंदशहर के एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए बताया कि यह मामला सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के जिला कारागार का है। उन्होंने कहा कि जेल में बंद विचाराधीन कैदी की मौत हृदय गति रुकने से हुई है, लेकिन परिजनों की शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जेल में बंदियों की सुरक्षा पर सवाल

यह घटना उस समय सामने आई है जब जेलों में बंदियों की सुरक्षा और उनके इलाज को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। जेल प्रशासन का काम केवल बंदियों की सुरक्षा नहीं, बल्कि उनकी स्वास्थ्य सेवाओं का ध्यान रखना भी है। अगर यह साबित होता है कि गोपाल की मौत संदिग्ध थी, तो यह जेल प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर सकता है।

आगे की कार्रवाई

फिलहाल, मामले की जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस ने मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है, क्योंकि तहरीर नहीं मिली है। हालांकि, परिवारवालों का आरोप है कि गोपाल की हत्या की गई है और वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।

जेल प्रशासन की ओर से हृदय गति रुकने से मौत का दावा किया जा रहा है, लेकिन परिवारवालों ने हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस जांच में जुटी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस मामले की असलियत सामने आ सकती है। इस घटना से यह भी सवाल उठता है कि जेलों में बंदियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

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