बंद मंदिर पर खुफिया विभाग हुआ अलर्ट, अधिकारियों ने लिया स्थिति का जायजा…
शामली
रिपोर्ट-पंकज उपाध्याय
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झिंझाना में एक बंद पड़े मंदिर को लेकर खुफिया विभाग अब सतर्क हो गया है। पिछले कुछ दिनों से इस मंदिर को लेकर क्षेत्रीय और राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं, जिसके बाद खुफिया विभाग ने इस मामले पर गहरी नजर रखनी शुरू कर दी है। रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता विवेक प्रेमी ने इस मंदिर का दौरा किया और इसके जीर्णोद्धार की आवश्यकता जताते हुए एक कमेटी गठित करने का प्रस्ताव रखा था।
इसके बाद, सोमवार को खुफिया विभाग के अधिकारियों ने भी इस मंदिर का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मंदिर की भौगोलिक स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए मोहल्ला मेमरान में जाकर वार्ड सभासद असलम कुरैशी और स्थानीय लोगों से बातचीत की। वे यह जानने की कोशिश कर रहे थे कि मंदिर के बंद होने की वजह क्या है और इसके स्थान की विशेष भौगोलिक स्थिति क्या है, ताकि किसी भी संभावित सुरक्षा खतरे से बचा जा सके।
सूत्रों के अनुसार, खुफिया विभाग को मंदिर के बंद होने और इसके आसपास की परिस्थितियों को लेकर कुछ संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। यह जानकारी मिलने के बाद विभाग ने इलाके में अपनी निगरानी बढ़ा दी है और स्थानीय पुलिस को भी सतर्क किया है। अधिकारियों का कहना है कि इस मंदिर का जीर्णोद्धार न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह इलाके की सामाजिक और सांस्कृतिक एकता के लिए भी लाभकारी हो सकता है।
विवेक प्रेमी द्वारा मंदिर के जीर्णोद्धार के बारे में की गई पहल ने इस मुद्दे को और गरमा दिया है। भाजपा नेता ने इस मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए एक विशेष कमेटी बनाने की बात कही है, जिसका उद्देश्य मंदिर की मरम्मत और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
मंदिर के आसपास के इलाके में पिछले कुछ महीनों से स्थिति शांतिपूर्ण रही है, लेकिन इस तरह की गतिविधियां और खुफिया विभाग की बढ़ी हुई चौकसी इस बात का संकेत हैं कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मंदिर के जीर्णोद्धार की दिशा में क्या कदम उठाए जाते हैं और खुफिया विभाग का अलर्ट किस प्रकार की कार्रवाई को जन्म देता है।