बुलंदशहर
संवाददाता:अमित सक्सेना
रात्रि के अंधेरे और सर्दियों के कोहरे के दौरान सड़कों पर विचरण करने वाले पशुओं से होने वाले सड़क हादसों में इजाफा हो जाता है। इन हादसों में न सिर्फ वाहन चालकों को गंभीर नुकसान होता है, बल्कि पशुओं की भी जान चली जाती है। इन हादसों को रोकने के लिए राष्ट्र चेतना मिशन की गौसेवा टीम ने एक अनूठी पहल शुरू की है, जिसके तहत वे असहाय गौवंशों के गले में रेडियम रिफ्लेक्टर बैल्ट बांध रहे हैं। यह पहल खासकर सर्दी और कोहरे के मौसम में सड़क सुरक्षा को बढ़ाने और दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से की जा रही है।
रात के अंधेरे में दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या
राष्ट्र चेतना मिशन के अध्यक्ष हेमन्त सिंह ने इस पहल की शुरुआत करते हुए बताया कि रात के अंधेरे और सर्दियों के दौरान सड़कों पर पशुओं का विचरण करना सड़क हादसों का कारण बनता है। कोहरे के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे वाहन चालक अचानक रास्ते में आ रहे पशुओं से टकरा जाते हैं। इन दुर्घटनाओं में न केवल वाहन चालक को नुकसान उठाना पड़ता है, बल्कि पशु भी गंभीर रूप से घायल होते हैं, और कभी-कभी उनकी जान भी चली जाती है। इसलिए, इस समस्या के समाधान के लिए राष्ट्र चेतना मिशन ने गौसेवा टीम द्वारा रेडियम रिफ्लेक्टर बैल्ट बांधने का अभियान शुरू किया है।
रेडियम रिफ्लेक्टर बैल्ट का महत्व
रेडियम रिफ्लेक्टर बैल्ट का उद्देश्य यह है कि जब वाहन की हैडलाइट्स उन पर पड़ें, तो दूर से ही सड़क पर बैठे या घूमते हुए पशु नजर आ जाएं। इससे वाहन चालक सतर्क हो सके और दुर्घटनाओं से बच सके। यह बैल्ट रात के अंधेरे में भी अच्छी तरह से चमकती है, जिससे वाहन चालक को पशु की उपस्थिति का तुरंत पता चल जाता है। इस पहल का उद्देश्य सड़कों पर विचरण कर रहे गौवंशों के लिए एक सुरक्षा उपाय प्रदान करना है, ताकि दुर्घटनाओं के खतरे को कम किया जा सके।
शहर भर में अभियान की शुरुआत
राष्ट्र चेतना मिशन की गौसेवा टीम द्वारा यह अभियान शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चलाया जा रहा है। टीम के सदस्य सड़कों पर घूम रहे या बैठने वाले गौवंशों को पकड़ते हैं और उनके गले में रेडियम रिफ्लेक्टर बैल्ट बांधते हैं। हेमन्त सिंह ने बताया कि इस अभियान को रोजाना शहर के प्रमुख स्थानों जैसे रोडवेज बस स्टैंड, राधा नगर, साठा, लाल तालाब, ईदगाह रोड और अम्बर सिनेमा रोड आदि पर चलाया जा रहा है। शुक्रवार रात को भी मिशन के कार्यकर्ताओं ने इन स्थानों पर कड़ी मेहनत के साथ दर्जनों आवारा पशुओं को काबू किया और उन्हें रेडियम रिफ्लेक्टर बैल्ट पहनाए।
समाज के प्रति जिम्मेदारी का अहसास
हेमन्त सिंह ने कहा कि यह पहल केवल गौवंशों की सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि समाज की सुरक्षा के लिए भी है। यह अभियान न केवल पशुओं की जिंदगी को बचाने का प्रयास है, बल्कि सड़क हादसों को रोकने के लिए भी एक कदम है। राष्ट्र चेतना मिशन के कार्यकर्ता इस अभियान को लगातार जारी रखेंगे और धीरे-धीरे शहर के सभी क्षेत्रों में इसे विस्तारित करेंगे। इस पहल का उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना भी है, ताकि लोग सड़कों पर विचरण करने वाले पशुओं के प्रति सहानुभूति और सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी का अहसास करें।
राष्ट्र चेतना मिशन की टीम का उत्साह
राष्ट्र चेतना मिशन के कार्यकर्ता इस पहल में पूरी तत्परता से जुटे हुए हैं। गौसेवा प्रमुख अरुण राजपूत, निशांत जादौन, न्यू गुप्ता, गिरधर चौधरी, निशांत अग्रवाल, रवि कुमार, हेमन्त गुप्ता, लकी कुमार, जीतू गुप्ता और सोनू कुमार जैसे कार्यकर्ता इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस तरह की पहल से न केवल पशुओं की जान बचाई जा सकती है, बल्कि सड़क सुरक्षा को भी बढ़ावा मिलता है। यह पहल एक समाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है, जिसे राष्ट्र चेतना मिशन पूरी निष्ठा से निभा रहा है।
आगे की दिशा और भविष्य की योजना
राष्ट्र चेतना मिशन के अध्यक्ष हेमन्त सिंह ने कहा कि इस अभियान को और भी विस्तार दिया जाएगा। आने वाले दिनों में, अन्य शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस पहल को लागू किया जाएगा। इसके अलावा, मिशन के कार्यकर्ता इस अभियान के माध्यम से लोगों में सड़क सुरक्षा और पशु संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई अन्य योजनाओं पर भी काम कर रहे हैं।
राष्ट्र चेतना मिशन की यह पहल न केवल एक अनूठा कदम है, बल्कि यह समाज के लिए एक उदाहरण भी पेश करती है कि कैसे छोटे-छोटे कदमों से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। इस अभियान के माध्यम से न केवल सड़क हादसों में कमी आएगी, बल्कि यह समाज में एकजुटता और सहानुभूति की भावना भी पैदा करेगा।