एनसीआर में यहां बनेगा एक और एक्सप्रेस-वे, सफर होगा आसान, खुलेगी विकास की राह
नोएडा। दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ता सड़कों का जाल विकास की रफ्तार को बढा रहा है। इसके साथ ही लोगों को भी जाम की समस्या से निजात दिला रहा है। ऐसे में अब एनसीआर में एक और एलिवेटेड एक्सप्रेस वे बनने जा रहा है। इसे लेकर न सिर्फ लोग उत्साहित हैं बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर और उद्योगपति भी खुश हैं। चलिए हम आपको बताते हैं कि ये नया एक्सप्रेस वे कहां बनने जा रहा है और किन लोगों को इसका लाभ होगा।
अगर आप भी अक्सर नोएडा से ग्रेटर नोएडा के बीच सफर करते हैं तो यह खबर आपको खुश कर देगी. दोनों शहरों को जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेस वे बनाने की कवायद शुरू हुई है. इस प्लानिंग को अमलीजामा पहनाने की तैयारी एनएचएआई (NHAI) ने की है और नोएडा अथॉरिटी को फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाकर देनी है. इसको लेकर अथारिटी ने सिंचाई विभाग के साथ निरीक्षण भी किया है. नोएडा से ग्रेटर नोएडा को नए रास्ते से जोड़ने के दो विकल्प रखे गए हैं. पहला यमुना पुश्ता रोड के ऊपर से एलिवेटेड रोड बनाया जा सकता है.
एनएचआई (NHAI) की तरफ से इस एक्सप्रेस-वे को बनाने की तैयारी की जा रही है. इसका मकसद आने वाले समय में शुरू होने वाले नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट से दिल्ली और नोएडा को सीधे जोड़ने का है. इस पर एनएचएआई ने नोएडा, ग्रेनो और यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ बातचीत भी की है. नोएडा से ग्रेटर नोएडा के बीच दूसरे रास्ते का विकल्प यह भी है कि नोएडा से ग्रेनो के बीच मौजूदा एक्सप्रेस-वे की चौड़ाई बढ़ाई जाए. लेकिन इसके लिए जमीन उपलब्ध नहीं है.
सरकार जारी करेगी बजट
दूसरा विकल्प यह है कि यमुना किनारे सेक्टर-94 से शुरू होने वाले पुश्ता रोड का चौड़ीकरण करके एक्सप्रेस-वे बनया जाए. यहां पर गई गांवों भी जमीन है, जिससे एक्सप्रेस-वे बनाने में आसानी होगी. नए एक्सप्रेस-वे को तैयार करने में लगने वाली लागत बड़ा हिस्सा सरकार की तरफ से दिया जाएगा. बाकी का हिस्सा तीनों अथॉरिटी की तरफ से लिया जाएगा.
क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष और गौड़ ग्रुप के सीएमडी मनोज गौड़ ने बताया कि दिल्ली से नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच तेजी से विकास होने के चलते ट्रैफिक का दबाव भी बढा है. विकास के चलते नोएडा ग्रेटर नोएडा रहने के लिए सबसे मुफीद स्थान बन गए हैं. एक और एक्सप्रेस-वे बनने से लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. रियल एस्टेट सेक्टर में भी इससे बूम आएगा.
एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच एक और एक्सप्रेस-वे बनने का सीधा लाभ यहां रहने वाले लाखों लोगों को मिलेगा. एनएचएआई और नोएडा अथारिटी की पहल से लाखों लोगों को दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और नोएडा एयरपोर्ट के बीच का सफर आसान होगा. रियल एस्टेट सेक्टर में फ्लैटों की मांग बढ़नी भी तय है.
मिग्सन ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर यश मिगलानी ने बताया कि किसी भी शहर से बेहतर कनेक्टिविटी ही विकास का सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में नया एक्सप्रेस-वे न सिर्फ विकास को बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर को भी बूम देगा. इसके साथ ही शहर की कनेक्टिविटी बेहतर होने से यहां रहने वाले लोगों को इसका सीधा लाभ होगा.
ग्रुप 108 के डायरेक्टर डा. अमीश भूटानी ने बताया कि नया एक्सप्रेस-वे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लिए नई उम्मीदें लेकर आएगा. इसके साथ ही रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी आनी तय है. वर्तमान में नोएडा ग्रेटर नोएडा देश के सबसे बेहतर शहरों में से एक हैं जहां लोग रहना चाहते हैं. नए एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी और बेहतर होगी और इसका लाभ लाखों लोगों को होगा.