Baghpat News : जो भक्त को देते हैं कष्ट, भगवान उन्हें नहीं करते क्षमा
जो भक्त को देते हैं कष्ट, भगवान उन्हें नहीं करते क्षमा
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प्रदीप पांचाल, बागपत। फिरोजपुर खेकड़ा जिला बागपत स्थित श्री बालाजी मंदिर में आयोजित कथा में कथा वाचक महामंडलेश्वर श्री भैया दास महाराज की धर्म बेटी बाल साध्वी राधा देवी ने महाराज अमरीश की कथा का मंचन किया। उन्होंने कथा के माध्यम से लोगों को भगवान के भक्त को न सताने का संदेश दिया।
धर्म बेटी बाल साध्वी राधा देवी ने चौथे दिन कथा वाचन करते हुए कहा कि महाराज अमरीश भगवान विष्णु के परम भक्त थे। महाराज अमरीश धर्मात्मा राजा थे। उनके राज्य में सभी सुखी थे। राज्य में किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं होता था। वह एकादशी की उपासना बड़े नियम व संयम से करते थे। एक बार द्वादशी के दिन उनके दरबार में दुर्वासा ऋषि अपनी संत मंडली के साथ पहुंचे। उन्होंने दुर्वासा ऋषि से भोजन प्रसाद गृहण करने को कहा। एकादशी का पारण करना था। दुर्वासा ऋषि उन्होंने स्नान करने के लिए चले गए। वह महाराज अमरीश की परीक्षा लेना चाहते थे। इस लिए उन्होंने जानबूझकर गंगा में स्नान में अधिक समय लगा दिया।
इंतजार करते-करते बहुत समय हो गया। द्वादशी का परायण समय निकाला जा रहा था। कहीं व्रत खंडित ना हो जाए। इसलिए चरणामृत से उन्होंने व्रत का पारायण किया। तभी दुर्वासा ऋषि वहां पहुंचे। उन्होंने क्रोध में आकर अमरीश को श्राप दे दिया। यह भगवान विष्णु सहन नहीं हुआ। भगवान ने दुर्वासा ऋषि को समाप्त करने के लिए अपना सुदर्शन चक्र भेजा। दुर्वासा ऋषि पूरे ब्रह्मांड में दौड़े दौड़े थक गए लेकिन उन्हें कहीं शरण नहीं मिली। अंत में देव ऋषि नारद ने उन्हें अमरीश की शरण में जाने की सलाह दी। तभी भगवान का क्रोध शांत होगा।
क्योंकि भगवान भक्त अपराध को सहन नहीं करते। जो भगवान के भक्तों को कष्ट देता है। भगवान उसे कभी क्षमा नहीं करते। इसलिए सदैव याद रखना भक्तों का कभी अपमान मत करना। भक्तों को कभी कष्ट मत देना। भगवान को भक्त बहुत प्रिय होते हैं। इसलिए आप भी भगवान पर पूर्ण विश्वास करो और भगवान की भक्ति करो।