चौथी तिमाही में भी रेपो रेट स्थिर रहने से उपभोक्‍ताओं को राहत, रियल एस्टेट सेक्टर में खुशी

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नई दिल्ली। रियल एस्टेट सेक्टर में पिछले साल से आई तेजी को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने चौथी तिमाही में भी राहत दी है। आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा के बाद इस वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में रेपो रेट नहीं बढ़ाने का ऐलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखने का ऐलान किया है। आरबीआई के इस कदम से होम बायर्स से लेकर रियल एस्टेट सेक्टर को राहत मिली है। होम बायर्स को होम लोन पर ईएमआई नहीं बढ़ने से इस साल राहत महसूस हो गई। रियल एस्टेट सेक्टर ने आरबीआई के इस कदम को बेहतर बताते हुए अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं।

त्‍योहारी सीजन में आएंगी नई योजनाएं:
नवरात्र और दीवाली के दौरान अक्‍सर लोग घर खरीदने में रुच‍ि दिखाते हैं। इसे देखते हुए आरबीआई का यह निर्णय बेहद अच्‍छा है। इस दौरान नोएडा अथारिटी और यमुना अथारिटी भी कई योजनाएं ला रहीं हैं। ऐसे में प्राइवेट रियल एस्‍टेट सेक्‍टर को भी उम्‍मीद जागी है।

गौड ग्रुप के सीएमडी और क्रेडाई एनसीआर के अध्‍यक्ष मनोज गौड़ ने बताया क‍ि भले ही रियल एस्टेट सेक्टर को उम्‍मीद थी क‍ि रेपो रेट में कटौती होगी लेकिन आरबीआई द्वारा रेपो दर को यथास्थिति बनाए रखना एक प्रशंसनीय कदम है। त्योहारी सीजन पास है और उपभोक्ता घर खरीदने की ओर देख रहे हैं। ऐसे में इस क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा बना रहेगा। हालाँकि, रेपो रेट का मौजूदा आंकड़ा अभी भी सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर है। इसलिए, हमें उम्मीद है कि आरबीआई मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के अपने इरादे में सफल होगा, और हम रेपो रेट की कम दर देख सकते हैं

मिगसन ग्रुप के निदेशक यश मिगलानी ने कहा कि आरबीआई ने चाैथी बार रेपो रेट को न बढाते हुए 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया है। यह आर्थिक परिदृश्य में आरबीआई के विश्वास को दर्शाता है। ईएमआई न बढने का सीधा लाभ संभावित घर खरीदारों को होगा। यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि रियल एस्टेट क्षेत्र किसी भी वित्तीय चुनौती का सामना किए बिना नई उंचाइयों तक पहुंच सकेगा। आम आदमी और घर खरीदार को राहत देने वाला कदम है।

ग्रुप 108 के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. अमीश भूटानी ने कहा क‍ि मौजूदा ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने का आरबीआई का निर्णय घर खरीदारों का बोझ कम करेगा। यह रियल एस्‍टेट सेक्‍टर के लिए उम्‍मीद भरा कदम है। पिछले साल हुई मासिक ईएमआई में वृद्धि ने मध्यम और निम्न-आय वर्ग के लोगों का बजट काफी हद तक हिला दिया था। जो लोगा घर खरीदने की इच्छा रखते हैं, उन्‍हें होम लोन की बढती ईएमआइ के चलते परेशानी हो रही थी। रेपो रेट स्थिर रहने से घर खरीदने की योजना को प्रोत्‍साहन मिलेगा। इससे किफायती और मध्य-आवास गृह खंड में एक नई गति की भावना आने की उम्मीद है।

काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी का कहना है कि रेपो रेट में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाना आरबीआई का एक सराहनीय कदम है क्योंकि इससे पहले से ही बढ़ते रियल एस्टेट उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। फेस्टिव सीजन नजदीक है और खरीदार रियल एस्टेट निवेश में गहरी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। स्थिर ब्याज दरें लेनदेन में उनकी भागीदारी को और प्रोत्साहित करेंगी। इससे रियल एस्टेट के रेजिडेंसियल और कॉमर्शियल दोनों क्षेत्रों में काफी निवेश को बढ़ावा मिलेगा

एसकेए ग्रुप के डायरेक्‍टर संजय शर्मा का कहना है कि रेपो रेट को न बढने से ब्‍याज दरें स्थिर रहेंगी और रियल एस्‍टेट क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। देश में महंगाई पहले ही काफी उच्‍च स्‍तर पर है, ऐसे में घर खरीदारों और होम लोन की ईएमआई देने वालों के लिए यह बडी राहत है। एनसीआर में रियल एस्टेट की गुणवत्‍तापूर्ण परियोजनाओं में निवेश को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। ब्याज दरें न बढने से मध्यम आय समूहों का रियल एस्टेट निवेश में विश्वास भी बढ़ेगा

केडब्‍ल्यू ग्रुप के डायरेक्‍टर पंकज जैन का कहना है क‍ि आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5 बीपीएस पर अपरिवर्तित रखा है, जिसकी पहले से ही उम्मीद जताई जा रही थी। हालांक‍ि त्‍योहारी सीजन को देखते हुए अगर इसमें कटौती होती तो घर और अन्‍य खरीदारों और सेक्टर के लिए बेहतर होता। ब्याज दर कम होगी तभी रियल एस्‍टेट में मांग बढेगी। हालांक‍ि मुद्राि‍स्फति को चार प्रतिशत पर ही स्थिर रखने के लिए आरबीआई गवर्नर ने यह कदम उठाया है।

रहेजा ग्रुप के नयन रहेजा ने बताया कि रेपो रेट स्थिर रहने से रियल एस्टेट बाजार को प्रोत्साहन मिलता है और त्योहारी सीजन में निवेश करने को भी बढ़ावा मिलता है। पिछले कुछ महीनों से रेपो रेट 6.50% पर स्थिर हैं, जिससे रियल एस्टेट सेक्टर को मजबूती मिलेगी। साथ ही घर खरीदारों की जेब का बोझ कम होगा तो वे घर खरीदने में रुचि दिखाएंगे।

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