Baghpat News : चिलचिलाती धूप… तेज गर्मी और खराब पड़े हैंडपंप, अब कहां जाकर बुझाएं प्यास
चिलचिलाती धूप… तेज गर्मी और खराब पड़े हैंडपंप, अब कहां जाकर बुझाएं प्यास
हैंडपंपों की मरम्मत न होने से लोगों को झेलनी पड़ रही परेशानी
News24yard
प्रदीप पांचाल, बागपत। दिन प्रतिदिन गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। चिलचिलाती धूप में घर से बाहर निकलना सेहत के लिए नुकसान दायक साबित हो रहा है। लोगों की माने तो घर के बाहर निकलने पर गर्मी के कारण प्यास अधिक लगती है। तेज प्यास लगे और हैंडपंप खराब मिलने तो लोग खुद को ठगा महसूस करते हैं। छपरौली गांव के लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में लगे हैंडपंपों को सही कराने के लिए कई बार शिकायत की है लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इसओर ध्यान नहीं दिया। जिसकाण लोगों को गर्मी में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
छपरौली नगर पंचायत क्षेत्र के लोगों की प्यास बुझाने के लिए कई स्थान पर हैंडपंप लगाए गए थे। नगर पंचायत क्षेत्र के लोगों की माने तो गांव के अधिकांश हैंडपंप से दूषित पानी आता है। पानी में दुर्गंध आती है। जिससे उसे पीना स्वास्थ्य के लिए हानी कारण हो सकता है। जबकि आधा दर्जन से अधिक हैंडपंप खराब पड़े हैं। नगर पंचायत क्षेत्र निवासी राज कुमार बताते हैं कि पहले सभी हैंडपंप सही थे। पिछले एक वर्ष के दौरान हैंडपंप से पानी आना बंद हो गया। कुछ को काफी चलाने के बाद पानी आता भी है तो वह पीने योग्य नहीं होता। पानी को कुछ देर रखने के बाद वह पीला पड़ जाता है।
यहां खराब है हैंडपंप
लोगों की माने तो इलाहाबाद बैंक, देवगौड़ा रोड, विद्या मंदिर, पाठशाला रोड, टांडा रोड पर लगे अधिकांश हैंडपंप का पानी दूषित हो गया है। यदि कोई अनजान व्यक्ति हैंडपंप के पानी पीने का प्रयास भी करता है तो लोग उसे पानी पीने से रोक देते है क्योकि हैंडपंप का पानी पीने से लोगों की सेहत खराब होने का डर बना रहता है। हैंडपंप से शुद्ध पानी न मिलने के कारण लोग बंद बोतल खरीद कर पीने को मजबूर हैं। अब चाहे उनकी जेब अनुमति दे या न दे गर्मी में चलना है तो पानी तो पीना पड़ेगा।
रिबोरिंग के लिए भेजा पत्र
नगर पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि लोगों की परेशानी को देखते हुए क्षेत्र में लगे सभी हैंडपंपों को रिबोर कराने के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है। संभवतः जल्द ही विभाग हैंडपंपों को रिबोर कराएगा। जिसके बाद लोगों व राहगीरों को सुगमता से पीने योग्य पानी मिल सकेगा। अब सवाल यह उठता है कि विभाग ने गर्मी से पूर्व ही नगर पंचायत अध्यक्ष के पत्र पर संज्ञान क्यों नहीं लिया। यदि विभाग अपने कार्य को समय रहते पूरा करता तो गर्मी के मौसम में लोगों को पीने के पानी की किल्लत नही झेलनी पड़ती।